F i r दर्ज के 1 वर्ष बाद जे पी मझौली कोल माइंस में 10 वर्ष से कार्यरत फर्जी डॉक्टर मुन्ना भाई ओमप्रकाश तिवारी की हुई गिरफ्तारी,
F i r दर्ज के 1 वर्ष बाद जे पी मझौली कोल माइंस में 10 वर्ष से कार्यरत फर्जी डॉक्टर मुन्ना भाई ओमप्रकाश तिवारी की हुई गिरफ्तारी,
प्रबंधन की भी होनी चाहिए गिरफ्तारीl
प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र मिश्रा
राष्ट्रीय अधिमान्य पत्रकार संगठन मध्य प्रदेश भोपाल के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद मिश्र ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि जेपी पावर वेंचर्स अमिलिया नॉर्थ कोल माइंस मझौली थाना बरगमा प्रबंधन द्वारा जानबूझकर पैसे बचाने के चक्कर में मझौली क्षेत्र के क्षेत्रीय जनता एवं अधिकारियों, कर्मचारियों को दरकिनार कर फर्जी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी मुन्ना भाई की नियुक्ति कर 2015 से फर्जी डिग्री के आधार पर गलत इलाज करवाया जा रहा था l इसी बीच क्षेत्र के कई श्रमिक एवं विस्थापित , क्षेत्रीय मरीजों का आंख , पैर , तथा शरीर से विकलांग हो गए व कई गलत इलाज से और गलत दवाई से मृत्यु हो जाने पर फर्जी डॉक्टर की डिग्री पर शक होने पर कई बार प्रबंधन को अर्थात वाइस प्रेसिडेंट रजनीश गौर तथा एचआर हेड नीरज श्रीवास्तव एवं उद्योग में कार्यरत अधिकारी संजय सिंह से शिकायत कर फर्जी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी को हटाने का विरोध किया, लेकिन फर्जी डिग्री धारी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी को मुख्य प्रबंधक न हटाकर तीन प्रमोशन फर्जी डॉक्टर को दे दिया, जिसकी शिकायत जनता ने पुलिस अधीक्षक सिंगरौली को 29 मार्च 2022 को लिखित में किया, जहां पुलिस अधीक्षक सिंगरौली शिकायत को पंजीबद्ध कर जांच अधिकारी c s p श्री देवेश कुमार पाठक विंध्यनगर जिला सिंगरौली को सौंपl उनके द्वारा की गई जांच दिनांक 6 may 2023 वैधानिक जांच कर शिकायत को सत्य प्रमाणित कर पुलिस अधीक्षक सिंगरौली को विधि कार्रवाई हेतु प्रतिवेदन प्रस्तुत कियाl c s p विंध्यनगर ने आरोपी फर्जी डॉक्टरओमप्रकाश तिवारी से लिए गए बयान में स्पष्ट रूप से साबित कर दिया है कि फर्जी डिग्री बनवाने हेतु जे पी पावर वेंचर्स अमिलिया कोल माइंस मझौली के महाप्रबंधक रजनीश गौर एवं hr प्रमुख नीरज श्रीवास्तव तथा संजय सिंह के दबाव पर बिहार प्रदेश परिषद पटना श्रीपालपुर पटना बिहार संस्था से फर्जी डिग्री बनवाए गई है इसी फर्जी डिग्री के आधार पर दो प्रमोशन प्रबंधन द्वारा दिया गया है फर्जी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी जहां फर्जी डिग्री के आधार पर मझौली क्षेत्र के हजारों कर्मचारी ,विस्थापितों एवं गैर स्थापितों का गलत इलाज करने से जहां दर्जनों लोग विकलांग हो गए और कई लोगों की आंख चली गई तथा मृत्यु हो गई इसमें जितना दोषी फर्जी डॉक्टर तिवारी है उतना ही दोषी नियुक्त करता, प्रमोशन करता, फर्जी डिग्री बनवाने में सहयोग करता, रजनीश गोर और नीरज श्रीवास्तव तथा संजय सिंह भी अपराध की श्रेणी में आते हैं l
ज्ञात हो की जेपी पावर वेंचर्स अमेलिया मझौली के वाइस प्रेसिडेंट श्री रजनीश गोर तथा एच आर हेड नीरज श्रीवास्तव द्वारा सी एस पी के जांच पर गिरफ्तारी ना हो सिंगरौली से लेकर भोपाल तक बड़ी धनराशि खर्च किया तथा स्वयं को बचाने का प्रयास एवं डर है कि फर्जी डिग्री जो सब मिलकर बनवाए हैं फर्जी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी के बयान से मेरा नाम भी शामिल न हो जाए इसी कारण से फर्जी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी को कंपनी में दिनांक 20 अगस्त 2023 से अब तक प्रबंधन छुपाए रखा l
करण की फर्जी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी के विरुद्ध दिनांक 20 अगस्त 2022 को भारतीय दंड संहिता अधिनियम 1860 की धारा 419, 420, 467,468, 471, धाराओं के तहत बरगमा थाने में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है l
मजे की बात यह है कि क्षेत्र की जनता दिनांक 5 जून 2024 को सिंगरौली पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग किया जहां पुलिस अधीक्षक महोदय थाना भरगमा को फोन कर शीघ्र फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार करने की निर्देश दिया वहां प्रबंधन धन खर्च कर रात्रि 9:00 बजे फर्जी डॉक्टर को लॉकअप से छुड़वाकर मझौली लl लियाl, इसकी शिकायत राष्ट्रीय अधिमान्य पत्रकार संगठन कार्यालय भोपाल को जैसे जानकारी हुई प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र प्रसाद मिश्र ने अपने पत्र क्रमांक 392 दिनांक 7 जून 2024 को डी जी पी भोपाल, आई जी रीवा ,एस पी सिंगरौली, को शिकायत मेल किया तब आईजी रीवा ने पुलिस अधीक्षक सिंगरौली को शीघ्र गिरफ्तार करने का निर्देश दिया तब पुलिस मुन्ना भाई फर्जी डॉक्टर ओमप्रकाश तिवारी बरगवां थाना के सलाखों में हैं l
ज्ञात हो की जेपी वेंचर के मुख्य महाप्रबंधक रजनीश गोर ने अपने अधीनस्थ कार्यरत कई कर्मचारियों को मारपीट किया जहां बरगमा थाना एवं हरिजन थाना में कई धाराओं का प्रकरण पंजीबद्ध है तथा हरिजन एक्ट के तहत उच्च न्यायालय से जमानत पर चल रहे हैं जिनकी स्वयं की छवि खराब हैl
अंत में राष्ट्रीय अधिमान पत्रकार संगठन ने मांग किया है कि जितना दोषी फर्जी डॉक्टर मुन्ना भाई ओमप्रकाश तिवारी है उतना ही दोषी उसके ऊपर के सभी सहयोगी अधिकारी जिन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र बनवाने में सहयोग किया है उन सभी के ऊपर सभी धाराएं लागू हो अन्यथा इस प्रकार को लेकर संस्था माननीय उच्च न्यायालय में क्षेत्र की जनता के लिए न्याय प्राप्त हेतु जनहित में परिवाद फाइल करेगाl