लालगांव पुलिस का गेहूं कांड, पीड़ित पर बना रही नाजायज दबाव…
थाने में पिटाई के बाद जांच में लीपापोती का खेल तेज....
लालगांव रीवा। चौकी अंदर मारपीट मामले में पीड़ित को धमका रहे मुंशी,गलती छुपाने अपना रहे तरह तरह के हथकंडे..। गेहूं चोरी मामले में चौकी के अंदर युवक से मारपीट की गई थी,इसके बाद पीड़ित ने वरिष्ठ अधिकारियों से मेडिकल करा कर अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों ने एसडीओपी मनगवा को जांच सौंपी थी, एसडीओपी द्वारा पीड़ित से पूछताछ कर मेडिकल कराने गढ़ थाने बुलाया गया,लेकिन खाना पूर्ति कर पीड़ित को धमका कर थाने से लौटाया गया,और घर थाने के मुंशी ने परिजनों से बदतमीजी भी की, इस तरह के रवैया से आम जनता का पुलिस पर कैसे विश्वास बनेगा,आखिर चौकी के अंदर मारपीट जैसे संगीन आरोप लगने के बाद क्या स्टाफ को बचाना चाह रहे हैं मुंशी, या फिर वरिष्ठ अधिकारी को गुमराह करने की साजिश रच रहे हैं।
*घटना में लीपापोती करने की संभावना।*
घटना के बारे में ओमकार द्विवेदी से फोन पर जानकारी ली गई तो उसने बताया कि उसे पुलिस वालों ने ऊपर हाथ करके खिड़की में बांध दिया था और नशे की हालत में रात भर पिटाई करते रहे युवक ने यह भी बताया कि पुलिस ने अन्य लोगों को रुपए लेकर छोड़ दिया था और उसके पास पुलिस को देने के लिए रुपए नहीं थे इसलिए पुलिस ने नहीं छोड़ा था और रात भर पिटाई की थी सुबह जब संबंधित चोरी की शिकायत करने वाले व्यक्ति ने राजीनामा लगा दिया तब पुलिस ने ओमकार द्विवेदी को भी छोड़ दिया था युवक ने बताया कि पुलिस उसे धमका रही है कि अपनी वीडियो डिलीट करवाओ और मामले को शांत करो नहीं तो लाकप बंद कर देंगे युवक ने यह भी बताया कि जिन लोगों ने थाने में चोरी की रिपोर्ट लिखी थी उन्हें पुलिस वालों द्वारा कहा जा रहा है कि इस मामले को शिकायत करने के लिए उकसाया जा रहा है कि मामला को आगे बढ़ाओ।
*मेडिकल कराने में हुई खानापूर्ति।*
मेडिकल कराने आए थे अस्पताल में डॉक्टर नहीं थे कोई दूसरे व्यक्ति ने बिना चोट देखे ही दवाई की पर्ची बना दिया और बोला दवाई लेकर चले जाओ पीड़ित युवक ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अभी उसे फिर से गढ़ थाने बुलाया गया है उसने शंका जाहिर की है कि उसके साथ अभी पुलिस कोई और गलत काम भी कर सकती है झूठे मुकदमे में फंसा सकती है पीड़ित युवक का पूरा परिवार इस घटना से डरा हुआ है।