थाने में आरोपी युवक ने टाॅयलेट में पी ली फिनाइल, हालत बिगड़ी
थाने में आरोपी युवक ने टाॅयलेट में पी ली फिनाइल, हालत बिगड़ी

थाने में नवजात शिशुओं ने टायलेट में पी ली फिनाइल, परिणामी
दतिया। रतनगढ़ माता मंदिर पर आई नाबालिग को बहला-फुसलाकर अपने साथ दिल्ली ले जाने वाले युवक को शुक्रवार 14 फरवरी को अतरेटा पुलिस ने यूएसएसआर मामले में गिरफ्तार कर नोटिस पर छोड़ दिया था। देर रात पुलिस की कार्रवाई के कारण अपराधियों को अपने घर जाने का साधन नहीं मिला तो उसने पुलिस कर्मचारियों से थाने में ही रुककर रात को दोस्ती की। रात क्षेत्र परिसर में गुजरात के बाद के अपराधियों ने शनिवार सुबह स्टेशन के टायलेट में ग्राहक फिनाइल पी लिया। परिणाम स्वरूप उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के लिए उसकी समीक्षा की गई। वहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
*ये है पूरा मामला*
सेवधा के विशेषज्ञ एलजेओथपुरी गोस्वामी ने बताया कि गत 11 फरवरी को दीदार काली दुबेरा निवासी अपराधी कोमल अपने साथ सेवढ़ा क्षेत्र के बार रेजिडेंट 14 वर्ष को बहला फुसलाकर ले गए थे।
घटना के संबंध में किशोरी के स्वजन ने एटरेटा स्टेशन में मामला भी दर्ज कराया था। संदिग्ध ने अपहृत को एक दिन दिल्ली में रखा।
जब किशोरी के स्वजन को पता चला तो उन्होंने युवाओं से मोबाइल पर बात की और विश्वास दिलाया कि किशोरी को लेकर वापस आ जाओ, विवाह करा देंगे।
इस दावे पर युवा अपहृत किशोरी को लेकर 14 फरवरी की शाम को सेवधा आ गई।
जहां किशोरी के पुलिस ने कहानी लिखी और उसे मेडिकल के लिए दतिया भेजा। इस बीच धारा 137(2) बी डॉग्स (363 गिरफ्तारी) में गिरफ्तार कर पुलिस ने नोटिस पर छोड़ दिया था।
पुलिस के अनुसार इस बीच रात अधिक होने से एवं अट्रेटा से कोई साधन न होने से दोषी कोमल ने कहीं थाने में रुकने की बात कही।
कोमल थाना अत्रेता में रात भर रहा।
फिर सुबह करीब 7:15 बजे वह टॉयलेट में फ्रेश होने के लिए गया। वहां सफाई कर्मचारी ने फिनाइल की बोतल से पानी निकाल दिया।
कोमल ने एक मार्टीन फिनाइल पी ली से कहा। इससे उनके पेट में तेज दर्द हुआ, जिसके बारे में उन्होंने पुलिस स्टाफ को बताया।
इसके बाद कोमल को इलाज के लिए सेवास्वास्थ्य अस्पताल लाया गया। जहाँ से उसे उपयुक्त सारणी दी गई।