टीचर ने अकेला पाकर किया था किस, तो छात्रा ने दे दी थी जान पुलिस से बचने महाकुंभ में साधु बनकर
टीचर ने अकेला पाकर किया था किस, तो छात्रा ने दे दी थी जान पुलिस से बचने महाकुंभ में साधु बनकर

भोपाल। ड्राई सेवनिया स्थित एक स्कूल में 11वीं कक्षा के 11वें स्कूल में ताला लगाकर उसे उकसाने वाले शिक्षक को पुलिस ने बिहार के कैमूर से गिरफ्तार कर लिया है। सामुहिक संगीत कार्यक्रम का आयोजन करने के बाद भोपाल से बिहार स्थित अपने घर में भाग लिया और फिर वहां से परिवार समेत महाभारत में साधुओं के दर्शन के लिए घूमने लगा। माघ पूर्णिमा का स्नान करने के बाद वह वापस कैमूर स्थित अपने घर पहुंचा तो पुलिस को जानकारी मिल गई और फिर दोषी शिक्षक को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। भोपाल में शनिवार को उसे अदालत में पेश किया गया।
*छात्र की मौत की जानकारी मिली ही थी हत्या*
ड्राईसेवनिया थाना प्रभारी रामबाबू चौधरी ने बताया कि 25 जनवरी को स्कूल में पत्थर से हत्या की खबर मिली तो वह पहले बिहार के कैमूर के अलीपुर में अपने घर स्थित हो गया था। वहां उसने मोबाइल फोन बंद कर दिया और एक दिन बाद पूरे परिवार के साथ ब्रेकअप हो गया। महाकुंभ में उन्होंने फोन चालू किया तो पुलिस को उनकी सुई मिल गई। पुलिस ने 31 जनवरी को उनके खिलाफ एपिसोड दर्ज कर तलाश शुरू की थी। पुलिस पहले उसके घर का निरीक्षण, जहां ताला लगा मिला।
फिर सहयोगियों ने साधुओं के वेश में उन्हें पकड़ने के लिए एक सप्ताह तक प्रयास किया। हालांकि इस दौरान पुलिस को सफलता नहीं मिली। माघ पूर्णिमा पर स्नान के बाद अपराधी वापस कैमूर स्थित घर चला गया था। यह जानकारी जैसे कि पुलिस को मिली तो पुलिस ने अवैध अपराधियों को पकड़ा।
*खतरा की मौत के बाद बंधक बना था आरोप*
जनवरी 25 में एक निजी स्कूल में अंग्रेजी के शिक्षक नितीश ज्यूस ने 11वीं के दशक के दौरान छुट्टी ले ली थी, जब 11वीं कक्षा में जनरल को क्लास में अकेले बंद कर दिया गया था। इससे दुखी ऑर्केस्ट्रा ने रात में जहर खा लिया था।
अगले दिन 26 जनवरी को उसकी लाइलाज मरीज़ों को स्वजन अस्पताल लेकर ले जाया गया। वहां पर स्टारकास्ट ने अपने पिता को पूरी घटना बताई और कुछ देर बाद दम तोड़ दिया।
पुलिस ने इस मामले को रफा-दफा कर दिया और चार दिन बाद शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज किया। बाद में जब मेरे पिता ने जस्टिस की कंपनी की स्थापना की तो स्टॉकहोम में मामला सामने आया।