पीएम मोदी ने ट्रंप के ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ नारे के साथ जोड़ा MIGA,
पीएम मोदी ने ट्रंप के 'मेक अमेरिका ग्रेट अगेन' नारे के साथ जोड़ा MIGA,

मोदी ने कहा कि ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ नारे के साथ ‘मीक अमेरिका ग्रेट अगेन’ नारे का क्या मतलब है, जानिए इसका मतलब क्या है। पीएम मोदी ने नया नारा दिया और कहा कि MAGA और MIGA सामूहिकता की मेगा शेयरिंग हो सकती है।
मोदी ने कहा अपने नारे का मतलब
मोदी ने कहा कि ‘सापेक्ष के लोग राष्ट्रपति के नारे ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ से अच्छे तरह के नारे। भारत के लोग भी वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। अमेरिका की भाषा में कहा गया है तो ये मेक इंडिया ग्रेट अगेन- MIGA है। जब भारत और अमेरिका सामूहिक काम करेंगे तो मेगा संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए MAGA और MIGA सामूहिक समृद्धि। ये मेगा भावना ही हमारी इच्छाओं को नए आयाम देती है। आज हमने साल 2030 तक सीता व्यापार को 500 अरब डॉलर तक का लक्ष्य तय किया है।’
‘ हमारे देशों के बीच व्यापार एकांत की दिशा में काम करेगा’ मोदी ने कहा कि ‘हमारे देशों के बीच व्यापार एकांत की दिशा में काम करेगा।
हम भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तेल और गैस व्यापार को मजबूत करेंगे। ऊर्जा परमाणु ऊर्जा संयंत्र में निवेश संचय। परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में, हमने छोटे मॉड्यूलर रिक्टरों की दिशा में आपके सहयोग को गहराई से करने की बात कही। अमेरिका भारत की रक्षा सचिवालय में महत्वपूर्ण भूमिका है। स्थापना और सिद्धांत के रूप में, हम संयुक्त विकास, संयुक्त उत्पाद और पुस्तकालय की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। नई तकनीक और उपकरण हमारी क्षमता को बढ़ाएंगे।
क्या है भारत और अमेरिका के बीच व्यापार की स्थिति
मीडिया मनोनीत के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच साल 2024 में 129 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। साल 2024 में भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझीदारी अमेरिका में हो रहा है। हालांकि अमेरिका के लिए भारत 10वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार देश बन रहा है। अमेरिका का सबसे ज्यादा व्यापार मैक्सिको, कनाडा और चीन के साथ होता है। मेक्सिको के साथ अमेरिका का शुरुआती कारोबार साल 2024 में करीब 839 अरब डॉलर रहा। वहीं कनाडा के साथ ये बर्तन 762 अरब डॉलर का है। चीन के साथ अमेरिका ने साल 2024 में 582 अरब डॉलर का कारोबार किया। अमेरिका के वोल्या ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार घाटा भी बढ़ रहा है। अमेरिका ने साल 2024 में भारत से 45 अरब डॉलर का सामान वसूला। वहीं भारत ने इस दौरान अमेरिका से करीब 24 अरब डॉलर का सामान खरीदा। इस तरह से दोनों देशों के बीच व्यापार घाटा काफी ज्यादा है और यही वजह है कि भारत पर टैरिफ बढ़ाने की बात कर रहे हैं।