महाकुंभ में माघी पूर्णिमा पर सुबह 6 बजे तक 73 लाख ने लगाई डुबकी, आज 2.5 करोड़…
महाकुंभ में माघी पूर्णिमा पर सुबह 6 बजे तक 73 लाख ने लगाई डुबकी, आज 2.5 करोड़...

*प्रयागराज उत्तर प्रदेश से ब्यूरो चीफ कृष्णराज सिंह
प्रयागराज। महाकुंभ गंगा-यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम तट पर लगे महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के आने का उत्साह इस कदर हिलोरे मार रहा है कि मेला पूर्ण होने के 14 दिन पहले माघी पूर्णिमा के स्नान पर सुबह 6 बजे 73 लाख करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। पिछले कुछ दिनों के आंकड़ों को देखा जाए तो प्रशासन का अनुमान है कि आज ये संख्या 2.5 करोड़ के पार जा सकती है। जहां, मंगलवार के आंकड़ों को मिलाकर रात तक 46 करोड़ के स्नान करने की सूचना थी। वहीं, ये आंकड़ा महाकुंभ पूर्ण होने तक 50-55 के पार होने का अनुमान है। प्रदेश सरकार ने अनुमान लगाया था कि भव्य और दिव्य महाकुम्भ में इस बार स्नानार्थियों की संख्या का नया कीर्तिमान स्थापित होगा। 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने संभावना जताई गई थी।बुधवार को माघी पूर्णिमा के मौके पर सुबह 6 बजे तक करीब 73 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में पावन डुबकी लगाई, जिसके साथ ही महाकुम्भ में स्नानार्थियों की संख्या 47 करोड़ पार होने को हो गई। मंगलवार को रात आठ बजे तक 1.34 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया था। इसी क्रम में बुधवार रात तक 2.5 करोड़ के स्नान का अनुमान है। अभी महाकुम्भ को 14 दिन और एक महत्वपूर्ण स्नान पर्वाद्ध (26 फरवरी को महाशिवरात्रि) हैं जिसे देखते हुए पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50-55 करोड़ के ऊपर जा सकती है।तीनों अमृत स्नान (मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और वसंत पंचमी) के बाद भी श्रद्धालुओं-स्नानार्थियों की आस्था और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। पूरे देश और दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से पवित्र त्रिवेणी में श्रद्धा और आस्था के साथ डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु प्रतिदिन प्रयागराज पहुंच रहे हैं। मागी पूर्णिमा के स्नान में भी उमड़ी भीड़ से इसका अंदाजा लगाया जा सकता है कि आस्था में कमी नहीं है।यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक सात करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था। एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई, इसके अलावा वसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी। माघ पूर्णिमा से पहले भी प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम तट पर पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे थे।