महाकुंभ आ सकते हैं रक्षामंत्री राजनाथ और सीएम योगी
महाकुंभ आ सकते हैं रक्षामंत्री राजनाथ और सीएम योगी

महाकुंभ आ सकते हैं रक्षा मंत्री राजनाथ और सीएम योगी
23 फरवरी को पांच घंटे में छोड़ दिया गया
उत्तर प्रदेश से ब्यूरो प्रमुख कृष्णराज सिंह बोलती न्यूज 18 की रिपोर्ट
अंतः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 23 फरवरी को एक साथ आ सकते हैं। महाकुंभ मेला क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रक्षा मंत्री का कार्यक्रम प्रस्तावित है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब पांच घंटे तक शहर में रुके रहे। इस दौरान कार्यक्रम में विद्वानों के साथ वह मेला क्षेत्र का भ्रमण कर सकते हैं और महाशिवरात्रि के अंतिम स्नान पर्व के प्रेमियों की समीक्षा बैठक भी ले सकते हैं। सीएम ने इस बार सभी प्रमुख स्नान पर्व की तैयारियों की स्वयं समीक्षा की है। महाशिवरात्रि के स्नान पर्व के पहले एक बार फिर भीड़ का दबाव बढ़ रहा है। ऐसे में सीएम समीक्षा कर वैयक्तिक को आवश्यक निर्देश देंगे। अध्यापक। महाकुंभ के शिक्षक का कहना है कि अभी अंतिम रूप से कार्यक्रम नहीं आया है। महाकुंभ में चार विश्व रिकॉर्ड बनाए जाने हैं। नदी स्वतंत्रता का एक विश्व रिकॉर्ड 14 फरवरी को चुकाया गया है। जबकि सड़क स्वच्छता का दूसरा रिकॉर्ड 24 फरवरी और 25 फरवरी को शटल बच्चों के ऑपरेशन और हाथ की छपाई का रिकॉर्ड बनाया गया। रिपोर्ट भी सीएम के सामने रखी जाएगी। महाकुंभ में जहां एक ओर आम का आगमन जारी है। वहीं, गुरुवार को पूरा दिन भी खूब आया। महाराष्ट्र सरकार के मंत्री सजय श्रीसत, मध्य प्रदेश के मंत्री नागा सिंह चौहान, महाराष्ट्र के विधायक आशीष शेलार, हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल जानकी शुक्ला, पंजाब सरकार के मुख्य सचिव केपी सिंह, हरियाणा की मुख्य सचिव सुमित्रा मित्रा ने संगम में पुण्य की पहचान बताई। सहवर्ती महाकुंभ विवेक सचिव ने बताया कि हिंदुजा ग्रुप, जी मार्टी ग्रुप, वेदांता ग्रुप के मुखिया भी यहां परिवार के साथ आए और पुण्य की पहचान की। संगम तट पर स्नान करने के बाद प्रतिपक्षी ने यहां के मित्रों के बारे में भी पूछा। भारत में इतनी बड़ी संख्या में कैसे प्रबंधन किया गया और कितने सुरक्षित स्नानघर बनाए गए। यहां पर गंगाजल की निगरानी और पर्यटक शहर आदि की संपत्ति के बारे में भी जानकारी ली।